रोशनी होती दिलों में हमेशा प्यार से मिटायें हर ग़म का अंधेरा संसार से बेबसी के आँसू नही हों किसी आँख में सीखते हम यही रोशनी के त्योहार से ----- निरुपमा मिश्रा
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