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लोकतंत्र का काला दिन

भारत में डेंगू मच्छरों के लिए आज का दिन इतिहास का काला दिन साबित हुआ।भारत सरकार ने डेंगू मच्छरों के खात्मे के लिए चीन के मच्छरों की मदद लेने का मन बना लिया है जिससे डेंगू मच्छरों की दिन की नींद हराम हो गयी है।डेंगू मच्छरों के सरदार प्रखर कुमार डेंगू ने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया है, उनका कहना है कि भारत का संविधान भारत में सभी प्राणियों को समान रूप से रहने का अधिकार देता है और उनसे ये अधिकार छीना जा रहा है।उन्होंने ये भी बताया कि देहली में लोगों की मौत उनके काटने के कारण नहीं हुयी है बल्कि लोगों की प्रतिरोधक क्षमता और डॉक्टरों की लापरवाही से हुयी है और किसी अन्य का दोष उनके मत्थे मढ़कर सरकार उनके खात्मे पर उतारू है। डेंगू मच्छरों का काम तो लोगों का थोड़ा सा ब्लड सैंपल लेना है और ये कार्य वे वर्षों से करते आ रहे हैं आखिर अभी तक किसी को परेशानी क्यों नहीं हुयी।उन्होंने ये भी बताया कि अभी अभी न्यायालय ने एक केस में लोगों के खानपान पर पाबंदी लगाने से इंकार कर दिया है मनुष्य का खून उनका भोजन है ऐसे में उन्हें खून चूसने से रोकना न्यायालय के आदेश की अवहेलना है और वे अपना पक्ष रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटायेगे। उधर मच्छरों की यूथ बिग्रेड ने कल भारत बंद का आवाहन कर सभी स्वस्थ्य मनुष्यों पर हमले की पुख्ता रणनीति बना ली है। यूथ बिग्रेड के तेवरों को देखते हुए देहली सरकार सकते में है और सभी सफाईकर्मियों की छुट्टी निरस्त करते हुए उन्हें ड्यूटी पर बुला लिया गया है।युवा डेंगू मच्छरों का कहना है कि जब भारत सरकार अपने किसी मामले में चीन का हस्तक्षेप पसंद नहीं करता तो हमारे लिए चीन से मच्छर क्यों बुलाये जा रहे हैं ये अंतर्राष्ट्रीय समझौते का खुला उल्लंघन है। हमने चूड़ियाँ नहीं पहनी है जो चीनी मच्छर हमारी महिलाओं की हत्या करते रहेंगे और हम हाँथ पर हाँथ धरे बैठे देखते रहेंगे। हम चीनी मच्छरों से लड़ने के लिए पूरे भारत से सभी मच्छर भाइयों की मदद लेंगे और जरुरत पड़ी तो पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से भी मदद मागेंगे ।मच्छरों के प्रवक्ता प्रचार डेंगू जी ने बताया कि डेंगू मच्छर भारत में अल्पसंख्यक है और केंद्र सरकार अल्पसंख्यकों की दुश्मन हैं उनका यह फैसला आगामी चुनाव में बहुत महँगा पड़ेगा।अभी अभी हैदराबाद के एक बड़े नेता ने उन्हें समर्थन देने का बादा किया है मच्छरों के एक दल ने पेटा अध्यक्ष से मुलाकात कर मामले में हस्तक्षेप का आग्रह किया है पर उनसे कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला है क्योंकि वो सत्ताधारी दल की हैं। मामले की गंभीरता देखते हुए डेंगू मच्छरों का  दूसरा दल अमेरिका के लिए रबाना हो चुका है। अगर अमेरिका मच्छरों की बात नहीं मानता तो डेंगू मच्छर रूस के साथ मिलकर मच्छर विश्व युद्ध की शुरुआत कर सकते है।फ़िलहाल तो भारत में गृह युद्ध के आसार बनते नजर आ रहे है क्योंकि कांग्रेस सहित सम्पूर्ण विपक्ष डेंगू मच्छरों के साथ आ गया है।दिल्ली के मुख्यमंत्री  भी केंद्र सरकार से खासे नाराज हैं उन्होंने कहा है कि दिल्ली में डेंगू मामले पर निर्णय का हक़ केवल उन्हें ही है और मोदी जी इस पर बेवजह राजनीति करने पर उतारू हैं।
     साभार सहित्यशाला इंडिया के लिए अवनीन्द्र सिंह जादौन कैमरामैन प्राइमरी का मास्टर के साथ।

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