शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस
जिंदगी गिरवी रख कर भी,
ना चुका पाएंगे जिनका कर्जा ।
माँ,पिता तो है भगवान से बढ़कर,
गुरु का भी है उतना ही महान दर्जा।।
प्रथम गुरु है जननी हमारी,
दूजे गुरु पथ प्रदर्शक पिता ।
फिर आते जीवन में एक शिक्षक,
उनसे विद्या का अमूल्य धरोहर मिलता।।
भगवान को भी भगवान बनने में,
गुरु का ही ज्ञान काम आया था ।
माँ ने अंगुली थाम कर चलना बताया,
पर चलना कहां यह गुरु ने सिखाया था।।
गुरु बिना ज्ञान अधूरा रहता है,
जो प्राप्त कर ले उसका हो ऊंचा नाम।
सींचते नन्हें पौधों को एक-एक बूंद से,
गुरु समुद्र है छात्र प्राप्त कर ले अगर ज्ञान।।
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नीलम दुबे नीलू
कंपोजिट विद्यालय रायगंज
खोराबार ,गोरखपुर
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