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हिन्दी

सितंबर 15, 2025
हिन्दी हिंदी भारत का गौरव है, भारत की यह आशा है। दादी-दादा मात-पिता, सबकी यह पहली भाषा है।।१।। हिंदी से पहचान मिली है, हर सपनों को जान मिली ...Read More

शिक्षक दिवस

सितंबर 06, 2025
शिक्षक दिवस जिंदगी गिरवी रख कर भी,  ना चुका पाएंगे जिनका कर्जा ।  माँ,पिता तो है भगवान से बढ़कर,  गुरु का भी है उतना ही महान दर्जा।। प्रथम ग...Read More

शिक्षक

सितंबर 04, 2025
शिक्षक (प्रेरणा गीत) शिक्षक हैं हम काम यही हो, शिक्षण में विश्राम नहीं हो, पढ़ने में जो दक्ष नहीं हैं, दक्ष बनें सब लक्ष्य यही हो, लक्ष्य यही...Read More

देश

अगस्त 19, 2025
देश देश में ही रहें, देश के ना रहें, देश में सोचो कैसे अमन आएगा। देश के रंग में,जो रंगा ना अभी, देश से द्वेष कर वो किधर जाएगा। देश ने क्या द...Read More

मैं भारत हूँ

अगस्त 14, 2025
भारत के दो पहलुओं की रचना-1 मैं भारत हूँ  जी हाँ  मैं भारत हूँ  मैं गीता पुराण वेद उपनिषदों का भंडार हूँ।  मैं धरोहर हूँ मानवता की   भेदभाव ...Read More

सावन

जुलाई 23, 2025
सावन                                सावन आया बन ठन कर , बादल लाया भर भर कर। भरे नद ताल ,झूमे खेत वन बाग , धरती के जागे सुख सौभाग । उमड़ घुमड...Read More

कैसी है सरकार

जुलाई 05, 2025
कैसी है सरकार सब बच्चे पढ़ें सब बच्चे बढ़े। यही है सर्व शिक्षा का अभियान।। बाल शिक्षा का भी अधिकार।।।  छीन रही कैसी है यह सरकार।।। बच्चे अब गा...Read More

पाठशाला बंद

जून 22, 2025
पाठशाला बंद कैसी विपदा,कैसी मनसा खुशियां सारी झुलस रही है। विद्यालय के सारे फूल मूर्छित होने को बेबस है। यह कैसे काँटे उगे राहों में,हर ओर क...Read More

योग

जून 21, 2025
योग शरीर मन और आत्मा को  एक साथ मिलाता है योग जीवन का सच्चा अनुभव  हम सभी को करता है योग।। तनाव अवसाद और चिंता को  हमारे मन से मिटाता योग मन...Read More

योग

जून 21, 2025
योग योग शरीर का शासन है, अनुशासन से यह रोग भगावे। चित्त के रोज निरोध करे, अरु इन्द्रिय संयम पाठ पढ़ावे।।१।। सिंधु के काल से भारत भाल को, विश्...Read More

'विद्यालय युग्मन'- प्राथमिक शिक्षा की दुर्दशा !

जून 20, 2025
'विद्यालय युग्मन'- प्राथमिक शिक्षा की दुर्दशा ! कैसा देश कहाँ है शिक्षा, शिक्षा के रखवाले कैसे। जो विद्यालय खुले हुए हैं, उन पर अब य...Read More

नमन

जून 17, 2025
नमन हम सभी रचनाकार जब भी कहीं कोई भी घटना होती है तो अपने आंखों के मन से एक कल्पना करते हुए उस घटना को कविता का रूप या कहानी का रूप दे देते ...Read More

ग्रीष्म ऋतु

जून 16, 2025
ग्रीष्म ऋतु धरती का जो ताप बढ़ रहा, सोचो किसका पाप बढ़ रहा। कौन वृक्ष वन काट रहा है। मृत्यु निमंत्रण बाँट रहा है।।१।। धरती अब अंगार बनी है, मा...Read More

मैं धरती हूँ

जून 03, 2025
मैं धरती हूँ अब कहती हूँ, मैं मौन हुए सब सहती हूँ। पाला पोषा और बडा किया, हमने ही तुमको खड़ा किया। तुम इतना क्यों इतराते हो, थोड़ा भी समझ न पा...Read More

नेपोलियन

मई 26, 2025
नेपोलियन ------------- हाँ, हाँ, वही — वही नेपोलियन, गली के कोने पर कूड़े के ढेर से बने पिरामिड को अपना साम्राज्य समझने वाला, और खुद को उसका...Read More

वक़्त चाहिए सपनों को आकार देने में

मई 06, 2025
वक़्त चाहिए सपनों को आकार देने में हर महान निर्माण की शुरुआत एक छोटे, अनदेखे प्रयास से होती है। जो हाथ से फिसला, वही सबक बनकर वापसी की राह द...Read More

हर रोज़ दो चेहरों में ढलता है आदमी

मई 04, 2025
यह ग़ज़ल उस मध्यमवर्गीय मानसिकता का आईना है, जो दो छोरों के बीच झूलती रहती है — एक ओर अहंकार, दूसरी ओर दीनता। समाज में जीने की मजबूरी उसे बा...Read More