बालश्रम वाह रे बालक का बचपन, पेट में जब भूख ने ली अँगडाईया, चल दिया वह कर्म पथ पर । वाह रे बालक का बचपन । न तन पर वस्त्र हैं उसके, न तेल कं...Read More
बालश्रम
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अप्रैल 30, 2020
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मेरा हिन्दुस्तान तू ही मेरी शान है, तू ही मेरी जान है । तू मेरा प्यारा वतन है, तू ही हिन्दुस्तान है ।। नफरतों की न जगह इस देश में , गद्दारो ...Read More
मेरा हिन्दुस्तान
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अप्रैल 30, 2020
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ये ज़िन्दगी👁 अक्सर उठता है एक सवाल? मुझसे पूछे मेरा मन बार-बार.... आशाओ को लिए हुए विवशताओं से बधे हुए सपनो को संयोजे हुए रिश्तों को समेटे ह...Read More
ये ज़िन्दगी
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अप्रैल 28, 2020
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बालश्रम एक करुण दृश्य देखा मैंने, मन विचलित करने वाला था, वो अधरों पर मुस्कान लिए, हाथों में जूठा प्याला था । उसकी दृष्टि थी मेरी ओर, शायद क...Read More
बालश्रम
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अप्रैल 27, 2020
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इंसान के गुरूर का अंजाम ही तो है, हर ओर आज देखिए कोहराम ही तो है| मायूसियों के दौर में संयम नियम रहे, कुदरत ने दे दिया हमें पैगाम ही तो है| ...Read More
गज़ल
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अप्रैल 23, 2020
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अहसास ************ अहसास रहा मेरा अपना कुछ बातें मिलतीं यादों में एहसान रहा उनका हमपर जो बस गई मेरी यादों में हम कहाँ यहाँ हैं बिखरे-से वो क...Read More
अहसास
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अप्रैल 23, 2020
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अन्तर्मन की व्यथा अन्तर्मन की व्यथा यही है क्या सही है ,क्या गलत है सांसे यू ही थमी हुई है सूने शहर,राह भी सूने सूनी सड़के,गालियाँ सूनी प्रकृ...Read More
अन्तर्मन की व्यथा
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अप्रैल 23, 2020
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मम्मी मुझको स्कूल नहीं जाना आया आनलाइन का ये जमाना ... मम्मी मुझको जगायेगी जरुर ... हाथ में मोबाइल थमाएगी जरुर पापा मम्मी पर अब ना गुस्साना ...Read More
ऑनलाइन पढ़ाई
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अप्रैल 14, 2020
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कुण्डलिया (विषय- कोरोना) जगतपिता से प्रार्थना, करूँ आज करजोर। तम कोरोना का मिटे, दिखे सुहानी भोर।। दिखे सुहानी भोर, न ऐसी विपदा आवे। कृपा कर...Read More
कुण्डलिया
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अप्रैल 11, 2020
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दीप-दीप्ति ( वाकई हमारे देश में विविधता का बहुरंगी प्रवाह है जो भाव सरिताओं के रूप में अबाध गति से प्रेम सागर में विलीन होने को उद्यत रहता ह...Read More
दीप-दीप्ति
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अप्रैल 06, 2020
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