ख्वाहिशें------------बचपन की ख्वाहिशें आज भी खत लिखती हैं मुझे..शायद वोबेखबर इसबात से हैंकि वो जिंदगी अब इस पते पर नही रहती..✍️राजीव कुमारस. अध्यापकपू. मा. वि. हाफ़िज़ नगरक्षेत्र - भटहटजनपद - गोरखपुर
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